ज़ह़्ह़ाक ने दूसरे नज़रियात के मुक़ाबिले में नज़रिया पेश किया कि आयए तत्हीर में “अह्लेबैत” से मुराद अह्ले पैग़म्बर और उनकी अज़्वाज भी हैं। इब्ने जूज़ी ने इस...
दूसरे गिरोह का एक नमूना जैसा कि हमने ऊपर बयान किया कि दूसरा गिरोह अह्ले सुन्नत का है जिसने अ़करमा और मक़ातिल के नज़रिए की ताईद की है, तो येह जानना ज़रूरी...
दीने इस्लाम की कली मक्कए मोअ़ज़्ज़मा में खिली और फिर तेईस (२३) साल की ताक़त फ़रसा ज़ह़्मतों के बअ़्द रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम और उनके ...
किताब की तसनीफ़ में मुसन्निफ़ की रविश: येह बात अपनी जगह तय है कि साह़ेबे किताब इ़ल्मे मुनाज़ेरा में जवाब नहीं रखते थे और इसीलिए हमेशा इस ह़क़ीक़त पर निगाह ...
इस्लामी तअ़्लीमात-ओ-एअ़्तेक़ादात में क़ुरआन करीम के बअ़्द जो ह़ैसियत अह़ादीसे मअ़्सूमीन अ़लैहिमुस्सलाम की है उससे कोई मुसलमान इन्कार नहीं कर सकता और...
ह़ज़रत रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम की एक और ज़िम्मेदारी लोगों के नफ़्स को पाक-ओ-पाकीज़ा करना था जैसा सूरए मुबारका जुमुआ़ में इरशादे ख़ुदा ...
दीने मुक़द्दसे इस्लाम में इमामत और ख़ेलाफ़ते ख़ुदा और रसूल सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम का अ़क़ीदा एक नेहायत बुनियादी मसअला है। इसकी अहम्मीयत का अन्दा...
ख़ुदावंद आ़लम के नज़्दीक़ दीने इस्लाम ही एक तन्हा दीन है जिस के अ़लावा कोई और दीन क़ाबिले क़बूल नहीं होगा। इस एक क़बूल शुदा दीन के बारे में रसूले ख़ुदा सल्लल...
अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा कौन था? अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा से मुतअ़ल्लिक़ मुख़्तलिफ़ नज़रियात हैं, मुवर्रेख़ीन के नज़्दीक मश्हूर तरीन नज़रिया येह है कि अ़ब्दुल्लाह ...