मनसबे इलाही

मोह़ब्बते अ़ली अ़लैहिस्सलाम – जुम्ला एअ़्‌तेक़ादात

अगर तमाम बनी आदम चाहें कि सिवाए अम्बियाए ए़ज़ाम अ़लैहिमुस्सलाम किसी और शख़्स को जामेअ़्‌ जुम्ला फ़ज़ाएल का ह़ामिल साबित करें तो हरगिज़ किसी फ़र्दे बशर को न पाएंगे…….. ……..बल्कि अगर येह कहा जाए कि हर नबी अ़लैहिस्सलाम में भी तमाम सिफ़ाते कमाल का साबित होना मुश्किल है, तो ह़क़ है। लेकिन अ़ली अ़लैहिस्सलाम की […]

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अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम के वसीले से अल्लाह से मदद मांगना – दूसरा हिस्सा

तवस्सुल का अन्दाज़ शीआ़ अपनी ह़ाजात की बरआवरी के लिए अह्लेबैत अलैहिमुस्सलाम का वसीला इख़्तेयार करने के लिए मुख़्तलिफ़ दुआ़ओं, ज़ियारतों, मुनाजात और सलवात वग़ैरा का सहारा लेते हैं। उनमें से किसी भी ज़िक्र ख़ुदा को जो मोअ़्‌तबर ज़राए़ से वारिद हुए हैं पढ़ते वक़्त क्या शीआ़ ह़ज़रात अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम को अल्लाह रब्बुल इ़ज़्ज़त से […]

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अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम के वसीले से अल्लाह से मदद मांगना – पहला हिस्सा

कुछ मुख़ालेफ़ीन शीओ़ं पर एअ़्‌तेराज़ करते हैं कि अह्ले तशय्योअ़्‌ ह़ज़रात रिज़्क़-ओ-फ़ज़्ल, कामयाबी-ओ-सेहत और दौलत जैसी नेअ़्‌मतों की बाज़याबी के लिए अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम के वसीले के क़ाएल हैं यहां तक कि बारिश, अच्छी फ़स्ल वग़ैरह जैसे क़ुदरती मज़ाहिर के लिए भी वोह अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम को वसीला बनाते हैं। वोह लोग येह दलील देते हैं कि […]

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ख़ेलाफ़त-जानशीनी दर सेफ़ात-ओ-कमालात – दूसरा हिस्सा

ह़ज़रत रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम की एक और ज़िम्मेदारी लोगों के नफ़्स को पाक-ओ-पाकीज़ा करना था जैसा सूरए मुबारका जुमुआ़ में इरशादे ख़ुदा वन्दी है: “वयुज़क्कीहिम” जिसकी ज़िम्मेदारी लोगों के नफ़्स को पाक बनाना हो ख़ुद उसको पाकीज़गी की बलन्द तरीन मन्ज़िल पर फ़ाएज़ होना चाहिए। ख़ुदा ने अ़ज़मते रसूल सल्लल्लाहो […]

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ख़ेलाफ़त-जानशीनी दर सेफ़ात-ओ-कमालात – पहला हिस्सा

दीने मुक़द्दसे इस्लाम में इमामत और ख़ेलाफ़ते ख़ुदा और रसूल सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम का अ़क़ीदा एक नेहायत बुनियादी मसअला है। इसकी अहम्मीयत का अन्दाज़ा इस बात से बख़ूबी लगाया जा सकता है लोगों ने ह़ज़रत रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम की वफ़ात के बअ़्‌द ख़लीफ़ा के इन्तेख़ाब को आँह़ज़रत […]

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इमामत, फ़ितरत और अख़्लाक़ी क़दरें

ख़ुदावंद आ़लम के नज़्दीक़ दीने इस्लाम ही एक तन्हा दीन है जिस के अ़लावा कोई और दीन क़ाबिले क़बूल नहीं होगा। इस एक क़बूल शुदा दीन के बारे में रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम का इर्शाद है कि दीने इस्लाम दीने फ़ितरत है। हर इंसान फ़ितरते इस्लाम पर पैदा होता है लेकिन […]

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मोह़ब्बते अ़ली अ़लैहिस्सलाम – जुम्ला एअ़्तेक़ादात

अगर तमाम बनी आदम चाहें कि सिवाए अम्बियाए ए़ज़ाम अ़लैहिमुस्सलाम किसी और शख़्स को जामेअ़्‌ जुम्ला फ़ज़ाएल का ह़ामिल साबित करें तो हरगिज़ किसी फ़र्दे बशर को न पाएंगे…….. ……..बल्कि अगर येह कहा जाए कि हर नबी अ़लैहिस्सलाम में भी तमाम सिफ़ाते कमाल का साबित होना मुश्किल है, तो ह़क़ है। लेकिन अ़ली अ़लैहिस्सलाम की […]

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