मोह़ब्बते अ़ली अ़लैहिस्सलाम – जुम्ला एअ़्‌तेक़ादात
अगर तमाम बनी आदम चाहें कि सिवाए अम्बियाए ए़ज़ाम अ़लैहिमुस्सलाम किसी और शख़्स को जामेअ़्‌ जुम्ला फ़ज़ाएल का ह़ामिल साबित करें तो हरगिज़ किसी फ़र्दे बशर को न ...
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ख़ेलाफ़त-जानशीनी दर सेफ़ात-ओ-कमालात
दीने मुक़द्दसे इस्लाम में इमामत और ख़ेलाफ़ते ख़ुदा और रसूल सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम का अ़क़ीदा एक नेहायत बुनियादी मसअला है। इसकी अहम्मीयत का अन्दा...
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वेलायत-ओ-बराअत
येह एक दिलचस्प ह़क़ीक़त है कि किसी भी मौज़ूअ़्‌ में अज़्दाद–ओ–तनाक़ुज़ात को बाहम यक्साँ मक़ाम देकर मुस्बत पह्लू से लेबासे ह़क़ीक़त नहीं पहनाया जा स...
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मोह़ब्बते अ़ली अ़लैहिस्सलाम – जुम्ला एअ़्‌तेक़ादात
अगर तमाम बनी आदम चाहें कि सिवाए अम्बियाए ए़ज़ाम अ़लैहिमुस्सलाम किसी और शख़्स को जामेअ़्‌ जुम्ला फ़ज़ाएल का ह़ामिल साबित करें तो हरगिज़ किसी फ़र्दे बशर को न ...
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अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम के वसीले से अल्लाह से मदद मांगना
कुछ मुख़ालेफ़ीन शीओ़ं पर एअ़्‌तेराज़ करते हैं कि अह्ले तशय्योअ़्‌ ह़ज़रात रिज़्क़-ओ-फ़ज़्ल, कामयाबी-ओ-सेहत और दौलत जैसी नेअ़्‌मतों की बाज़याबी के लिए अह्लेबैत ...
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अमीरुल मोअ्‌मेनीन अ़लैहिस्सलाम ने अपने फ़र्ज़ंदों के नाम ख़ुलफ़ा के नाम पर क्यूं रखा?
कुछ लोग येह समझाने की कोशिशें करते हैं कि अमीरुल मोअ्‌मेनीन ह़ज़रत अ़ली इब्ने अबी तालिब अ़लैहेमस्सलाम सह़ाबा से राज़ी थे बिल्ख़ुसूस शेख़ैन से और उनकी ख़ेला...
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उलिल अम्र – एक जाएज़ा
रेह़लते पैग़म्बर अकरम सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम के बअ़्‌द इस्लामी दुनिया में आँह़ज़रत सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम की ख़ेलाफ़त-ओ-इमामत की बह़...
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इमामत, फ़ितरत और अख़्लाक़ी क़दरें इन्नद्दी-न इ़न्दल्लाहिल इस्लाम
ख़ुदावंद आ़लम के नज़्दीक़ दीने इस्लाम ही एक तन्हा दीन है जिस के अ़लावा कोई और दीन क़ाबिले क़बूल नहीं होगा। इस एक क़बूल शुदा दीन के बारे में रसूले ख़ुदा सल्लल...
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अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम के वसीले से अल्लाह से मदद मांगना – दूसरा हिस्सा
तवस्सुल का अन्दाज़ शीआ़ अपनी ह़ाजात की बरआवरी के लिए अह्लेबैत अलैहिमुस्सलाम का वसीला इख़्तेयार करने के लिए मुख़्तलिफ़ दुआ़ओं, ज़ियारतों, मुनाजात और सलवात व...
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अह्लेबैत अ़लैहिमुस्सलाम के वसीले से अल्लाह से मदद मांगना – पहला हिस्सा
कुछ मुख़ालेफ़ीन शीओ़ं पर एअ़्‌तेराज़ करते हैं कि अह्ले तशय्योअ़्‌ ह़ज़रात रिज़्क़-ओ-फ़ज़्ल, कामयाबी-ओ-सेहत और दौलत जैसी नेअ़्‌मतों की बाज़याबी के लिए अह्लेबैत ...
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