इमामत

आयए तत्‌हीर और उ़लमाए अह़्ले सुन्नत के एख़्तेलाफ़ी नज़रियात – पहला हिस्सा

दीने इस्लाम की कली मक्कए मोअ़ज़्ज़मा में खिली और फिर तेईस (२३) साल की ताक़त फ़रसा ज़ह़्मतों के बअ़्‌द रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम और उनके बावफ़ा अस्ह़ाब ने जज़ीरतुल अ़रब को अपने घेरे में ले लिया। ख़ुदा का येह मिशन १८ ज़िलह़िज्जा को ग़दीरे ख़ुम के मक़ाम तक पहुँचा और पैग़म्बरे […]

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क़ुरआन में अहम्मीयते मन्सबे इमामत

यौ–म नद्‌ऊ़ कुल्ल ओनासिम बेइमामेहिम. “उस दिन (को याद कीजिए) जब हम तमाम इन्सानों को उनके इमाम के साथ बुलाएँगे।”             (सूरए असरा: आयत ७१) रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम ने दीने इस्लाम की तब्लीग़ बेहतरीन अन्दाज़ में फ़रमाई। आप सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम हमेशा अपनी उम्मत की हेदायत के लिए […]

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ख़ेलाफ़त-जानशीनी दर सेफ़ात-ओ-कमालात – दूसरा हिस्सा

ह़ज़रत रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम की एक और ज़िम्मेदारी लोगों के नफ़्स को पाक-ओ-पाकीज़ा करना था जैसा सूरए मुबारका जुमुआ़ में इरशादे ख़ुदा वन्दी है: “वयुज़क्कीहिम” जिसकी ज़िम्मेदारी लोगों के नफ़्स को पाक बनाना हो ख़ुद उसको पाकीज़गी की बलन्द तरीन मन्ज़िल पर फ़ाएज़ होना चाहिए। ख़ुदा ने अ़ज़मते रसूल सल्लल्लाहो […]

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ख़ेलाफ़त-जानशीनी दर सेफ़ात-ओ-कमालात – पहला हिस्सा

दीने मुक़द्दसे इस्लाम में इमामत और ख़ेलाफ़ते ख़ुदा और रसूल सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम का अ़क़ीदा एक नेहायत बुनियादी मसअला है। इसकी अहम्मीयत का अन्दाज़ा इस बात से बख़ूबी लगाया जा सकता है लोगों ने ह़ज़रत रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम की वफ़ात के बअ़्‌द ख़लीफ़ा के इन्तेख़ाब को आँह़ज़रत […]

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इमामत, फ़ितरत और अख़्लाक़ी क़दरें

ख़ुदावंद आ़लम के नज़्दीक़ दीने इस्लाम ही एक तन्हा दीन है जिस के अ़लावा कोई और दीन क़ाबिले क़बूल नहीं होगा। इस एक क़बूल शुदा दीन के बारे में रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहो अ़लैहे व आलेही व सल्लम का इर्शाद है कि दीने इस्लाम दीने फ़ितरत है। हर इंसान फ़ितरते इस्लाम पर पैदा होता है लेकिन […]

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अफ़्सानए अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा- दूसरा हिस्सा

अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा कौन था? अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा से मुतअ़ल्लिक़ मुख़्तलिफ़ नज़रियात हैं, मुवर्रेख़ीन के नज़्दीक मश्हूर तरीन नज़रिया येह है कि अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा सैफ़ बिन उ़मर का ईजाद किया हुआ एक ख़याली शख़्स है। जिन मुवर्रेख़ीन ने तबरी को नक़्ल किया है उनके मुताबिक़ अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा एक यहूदी था जो यमन के […]

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अफ़्सानए अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा – पहला हिस्सा

मुख़ालेफ़ीने शीआ़ के इल्ज़ामात में शीओ़ं को काफ़िर और इस्लाम से ख़ारिज क़रार देने में येह भी एक इल्ज़ाम है कि तारीख़े इस्लाम में येह अ़क़ीदा फैलाने वाला अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा था। अ़ब्दुल्लाह इब्ने सबा कौन है? तारीख़े इस्लाम में उसकी क्या हैसीयत है? उसके नज़रियात क्या हैं? उसके बारे में सुन्नी और शीआ़ मज़हब […]

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मोह़ब्बते अ़ली अ़लैहिस्सलाम – जुम्ला एअ़्तेक़ादात

अगर तमाम बनी आदम चाहें कि सिवाए अम्बियाए ए़ज़ाम अ़लैहिमुस्सलाम किसी और शख़्स को जामेअ़्‌ जुम्ला फ़ज़ाएल का ह़ामिल साबित करें तो हरगिज़ किसी फ़र्दे बशर को न पाएंगे…….. ……..बल्कि अगर येह कहा जाए कि हर नबी अ़लैहिस्सलाम में भी तमाम सिफ़ाते कमाल का साबित होना मुश्किल है, तो ह़क़ है। लेकिन अ़ली अ़लैहिस्सलाम की […]

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गो टू ऊपर